➤ कुल्लू के अखाड़ा बाजार में लैंडस्लाइड से दो घर जमींदोज और एक की मौत
➤ भरमौर में फंसे 700 मणिमहेश यात्रियों के रेस्क्यू के लिए 5 हेलिकॉप्टर की मांग
➤ इस मानसून में सामान्य से 46% ज्यादा बारिश, 3525 करोड़ की संपत्ति का नुकसान
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और लैंडस्लाइड का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। आज सुबह कुल्लू के अखाड़ा बाजार में भूस्खलन से दो मकान क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक महिला समेत छह लोग मलबे में दब गए। NDRF और स्थानीय पुलिस ने राहत कार्य चलाते हुए तीन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है।
इसी बीच कुल्लू के ही देवधार गांव में भी भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है। यहां पांच घरों को खाली करवाना पड़ा है ताकि किसी तरह की जनहानि न हो।
दूसरी ओर, भरमौर में 700 मणिमहेश यात्री फंसे हुए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्र सरकार से 5 हेलिकॉप्टर भेजने की मांग की है ताकि यात्रियों को सुरक्षित निकाला जा सके। भारी बारिश और सड़कें धंसने से लोग अब घरों को भी नहीं लौट पा रहे हैं।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि किन्नौर, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर और सोलन में आज भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। वहीं कल कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और सिरमौर के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
भारी बारिश की वजह से प्रदेश में 5 नेशनल हाईवे समेत 1359 सड़कें बंद हो गई हैं। इस मानसून सीजन में हिमाचल प्रदेश ने सामान्य से 46% ज्यादा वर्षा झेली है। जहां सामान्यत: 630.2 मिलीमीटर बारिश होती है, वहीं इस बार अब तक 921.4 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है।
शिमला में सामान्य से 110% ज्यादा और कुल्लू में 107% अधिक बारिश दर्ज की गई है। वहीं बिलासपुर, ऊना, मंडी, सिरमौर और अन्य जिलों में भी भारी बारिश का आंकड़ा सामान्य से कहीं ऊपर पहुंच चुका है।
राज्य में इस मानसून ने अब तक 3525 करोड़ रुपये की सरकारी और निजी संपत्ति को नष्ट कर दिया है। अब तक 341 लोगों की मौत, 41 लोग लापता, जबकि 917 मकान पूरी तरह जमींदोज और 3580 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
हालात की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन लगातार अलर्ट पर है और प्रभावित इलाकों में राहत व बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं।



